तुम्हारी यादें
कुछ यादें मोती जैसी होती है, बिल्कुल सफेद मिलावटहीन, और उन यादों को बहुत ही संजोकर रखना होता है, ताकि उसकी सादगी, सुंदरता और शुद्धता सदैव वैसी ही रहे,कोई और रंग उसमें घुल ना पाये..
तुम्हारी सारी यादों को आज भी मैंने कोरा रखा है, किसी और रंग की मिलावट नहीं होने दी उसमें कभी, ये तुम्हारी यादों के सफेद मोती हमें हमेशा एक माला में पिरो कर रखते हैं।
तुम्हारे पास ना होने पर भी मैंने तुम्हारी जगह सिर्फ़ तुम्हारी यादों को दीं।
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