लौट आना

 तुम्हारे चले जाने की कमी मुझे आज भी महसूस होती है,ये जिंदगी तुम्हारे बिना सूनी और बेकार है, जैसे बिन सावन के ऋतु या बिन रंगों के कोई पर्व । 

मैं जीवन के सभी खूबसूरत लम्हे तुम्हारे साथ बिताना चाहता था, तुम्हारे बाहों में वे रातें गुजारनी थी जहाँ मैं तुम्हारे दिल की धड़कनों को सुन सकूँ। जिसके ज़र्रे-जर्रे पर सिर्फ और सिर्फ मेरा ही नाम लिखा हो।

सुनो ज़िन्दगी ..❣️

लौट आना एक शाम फिर से, 

सिर्फ मेरे लिए। 

क्या तुम सुन रहीहो, 

सिर्फ मेरे लिए

❣️❣️

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बीतें लम्हें

ज़िन्दगानी

I always treated you as my future