दास्ताँ
किसी लड़की के प्यार में टूटा हुआ लड़का .., जब तिल तिल जल रहा होता है उसकी सारी यादों को,उन सारे तोहफ़ों को जो कभी उसकी मोहब्बत की कहानी बयान करते थे , उसके सारे फोटोज को चुन चुन कर डिलीट करना ,फिर वो एक एक कर उन ख़तों को भी जलाने लगता है जिनको बार बार पढ़कर उसकी मोहब्बत जवान हुयी थी ..,उस आख़िरी ख़त को जलाते वक़्त उसके हाथ काँप जाते हैं ..। आख़िर ये उसके प्यार का पहला ख़त जो था । फिर अनायास ही उस ख़त को एक बार फिर से पढ़कर उसका प्रेम फिर से फूट पड़ता है ..। और उस ख़त को सीने से लगाए वो तब तक रोता है जब तक उसकी आँखों से पानी की एक एक बूँद तक नहीं सूख जाती । वो फिर उठता है और उस ख़त को सहेज कर रख देता है एक किताब के पन्नों के बीच .., और लिखने बैठ जाता है अपने प्यार की कुछ दास्तान
इस तरह , एक बार फिर से ईश्क़
हारते हारते जीत जाता है ..।
❤️❤️❤️
इन सब के बीच कभी कभी रोते हुए कब नींद आ जाती है पता ही ना चलता है, आँख खुलने पर कहानी थोड़ी अधूरी सी लगती है लेकिन अब किस्मत की लकीरों को बदला नहीं जा सकता है और फिर जो हो रहा है होने दो
उनकी खुशी की खातिर कौन सी पहली रात जाग रहे हैं....😄😄
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें