अधूरापन
अधूरापन वैसे तो हम दोनो की जिंदगी धीरे धीरे पूरी हो रही है,,,लेकिन बहुत कुछ अधूरा रह गया हम दोनों के बीच में।। हमारी बातें अधूरी रह गई,,कभी पूरी न हो सकी क्योंकि तुम हमेशा बात पूरी होने से पहले ही सो जाया करती थी फिर वो बात अधूरी रह जाती थी,, हमारी लाइफ में बहुत अधूरापन,, कुछ भी पूरा ना हो सका,, न हमारा प्यार ,,ना हमारे सपने,, ना वो ख्वाब जो हम दोनो ने मिल कर देखे थे,,, कितने हसीन लगते थे तब ये ख्वाब जब दोनो साथ मिल कर बुन रहे थे,,वो बर्फीली वादियों में अपना घर बनाने का सपना ,, उन वादियों में अपना जहां बसाने का सपना,,, कितना हसीन वक्त था कि तब ख्वाब तो साथ देखते थे लेकिन आज तो अकेले भी ख्वाब ना आते है आती तो तुम्हारे साथ बिताए गए वक्त की यादें,, वो भी अधूरी ही आती है एक अधूरापन लेकर।।। हमारे अधूरे हो रह गए वादों को याद दिलाती है जो रह गए अधूरे ही,, कैसे भूल जाऊं इन राहों को जिन राहों पर हम साथ घुमा करते थे कैसे भूल जाऊं लम्हों को जो हम साथ बिताया करते थे,, सब अधूरे ही रह गए,, एक अधूरापन छोड़ कर खो गए।। वो लम्हे तो लौट कर नहीं आते है लेकिन उन लम्हों का वो अधूरापन रह गया...