“मौजूदा हालात”
जब किसी वस्तु के खोने का डर जब हमारे दिल से निकल जाता है ना, तब उससे जुडी हर भावना मे कटौती होने लगती है ऐसा इसलिए होता है क्योकि बहुत ध्यान रखने के बावजूद भी वो कई बार हमसे दूर हो चुका होती है और हमे उसके दूर होने का अनुभव हो चुका होता है ! ठीक ऐसा ही प्यार में भी होता है, बार-बार किसी व्यक्ति द्वारा अनुचित व्यहार और अलगाव होने पर भावना मे कटौती होने लगती है! ऐसा इंसानी प्रवत्ति के कारण होता है, यह होना स्वाभाविक है, इसमे कोई दोराय नही है! ना ही किसी की गलती क्योकि सामने वाला अपनी आदते नही बदलता लेकिन उसकी वजह से बदल जाती है उसे चाहने वाले की भावनाएं और भावनाओ के बदलने पर बदलता है इंसान का स्वभाव! धीरे धीरे वो सामने वाले इंसान के प्रति भावशून्य हो जाता है, फिर वो पहले जैसा नही बन पाता कभी नही बन पाता ❣️....